Monday, June 20, 2011

डटे रहो (देशप्रेमियों और भाषाप्रेमियों के नाम)

तुम्हारी राष्ट्र-सेवा पर जब मुस्कुराने लगें लोग
तुम्हें तुम्हारा भविष्य दिखाकर डराने लगें लोग।।

तो मत घबराना, डटे रहना
उन्हें भी मत कुछ कहना
हर आक्षेप सहज ही सहना
ग्रेट वॉल की भाँति कभी न ढहना।

इनमें से कइयों ने तेरी तरह शुरुआत की थी
तब इन्हीं दरिंदों ने उन पर आघात की थी।

जब वे हथियार डाल दिए थे
भीड़ ने ढ़ेरों उपहार दिए थे।

अब ये भी भीड़ की भीड़ हैं
इनका अगला लक्ष्य तुम्हारे नीड़ हैं।

ये तो ख़ूनी राहों पर चिराग जलाते रहेंगे।
किसी के जगने पर उसे सुलाते रहेंगे।।
मातृभाषा, मातृभूमि पर प्राण न्योछावर करो
वरना ये परतंत्री हमारी नस्लों को खाते रहेंगे।।



शब्दार्थ-
ग्रेट वॉल- चीन की महान दीवार, नीड़- आशियाना, निवास, घर

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